एनएचपीसी द्वारा भूटान के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण


जलविद्युत स्टेशनों की कमीशनिंग, निर्माण में समृद्ध अनुभव और विशेषज्ञता के साथ एनएचपीसी द्वारा 13 फरवरी से 15 फरवरी 2019 तक भूटान और देश के अन्य विद्युत संगठनों के हाइड्रो इंजीनियरों को जलविद्युत परियोजनाओं के विद्युत और यांत्रिक पहलुओं” पर प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। यह कार्यक्रम पावर स्टेशनों के संचालन व रखरखाव के लिए एनएचपीसी में अपनाई गई सर्वोत्तम कार्यप्रणाली के आधार पर विभिन्न मामलों और चुनौतियों पर जलविद्युत प्रोफेशनलों को प्रशिक्षित करने के लिए बहुत बारीकी से डिज़ाइन किया गया है। इस कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए श्री रतीश कुमार, निदेशक (परियोजनाएं), एनएचपीसी ने ग्रिड में जलविद्युत का मिश्रण में सुधार करने के लिए देश में जलविद्युत संभाव्यता का दोहन करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने प्रतिभागियों को इस विशिष्ट शैक्षणिक अवसर से अधिकतम लाभ लेने के लिए तथा अपने संबन्धित संगठनों में कार्यान्वित करने के लिए प्रोत्साहित किया । श्री एन.के.जैननिदेशक (कार्मिक)एनएचपीसी ने अपने संबोधन में कहा कि एनएचपीसी को सबसे कठिन और प्रतिकूल भौगोलिक परिस्थितियों में काम करने का अपार अनुभव है। उन्होंने यह भी कहा कि इस विशेष कार्यक्रम को अधिक प्रभावी तरीके से विद्युत स्टेशनों को संचालित करने के लिए इंजीनियरों के व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। श्री जनार्दन चौधरीनिदेशक (तकनीकीने अपने संबोधन में ग्रिड स्थायित्व आदि की उभरती अवधारणा को व्यापक रूप से समझने की आवश्यकता पर बल दिया क्योंकि यह विद्युत उत्पादन के भविष्य निर्धारण करेगा। श्री संजय सरभईमुख्य महाप्रबंधक (एचआरडी)एनएचपीसी ने कार्यक्रम के दौरान विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया ।


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