e-अभिलेख’ पोर्टल और वेबसाइट का उद्घाटन


दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 13 फरवरी को दोपहर 2 बजे भारत अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र, नई दिल्ली के सी. डी. देशमुख सभागार में दिल्ली अभिलेखागार, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के ‘e-अभिलेख’ पोर्टल और वेबसाइट का उद्घाटन किया।


दिल्ली अभिलेखागार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के अभिलेखों का संरक्षक है जिसकी स्थापना सन् 1972 में ऐतिहासिक शहर दिल्ली की अभिलेखीय विरासत को संरक्षित करने के एकमात्र उद्देश्य के साथ की गई थी।


दिल्ली अभिलेखागार का ‘e-अभिलेख' पोर्टल अभिलेखों के डिजिटाइजेशन व माइक्रोफिल्मिंग प्रोजेक्ट की एक झलक है जिसका उद्घाटन उपमुख्यमंत्री के कर-कमलों द्वारा 31 अगस्त 2017 को किया गया था। इस परियोजना के तहत 4 करोड़ पृष्ठों का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसे 30 महीनों के अंदर डिजिटल और माइक्रोफिल्मड किया जाना है और इन अभिलेखों को विभाग की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। अब तक 1.60 करोड़ से अधिक अभिलेखों का डिजिटाइजेशन हो चुका है तथा उसमें से लगभग 60 लाख अभिलेख विभाग के e-अभिलेख पोर्टल पर आम जनता व शोधकर्ताओं की सुविधा के लिए उपलब्ध करा दिए गए हैं। e-अभिलेख पोर्टल पर समयबद्ध तरीके से अभिलेखों की अपलोडिंग की जाती रहेगी तथा सरकार समयानुसार 4 करोड़ अभिलेखों को e-अभिलेख पोर्टल पर जनता व शोधकर्ताओं की सुविधा के लिए उपलब्ध करा देगी।


इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य 200 साल पुराने अभिलेखों व सम्पत्ति के दस्तावेजों तक जनता और शोधकर्ताओं की पहुंच को सुनिश्चित करना है। कोई भी व्यक्तिhttp://archives.delhi.gov.in/abhilekh लिंक पर जाकर पंजीकरण के बाद इन अभिलेखों को देख सकता है। कम्प्यूटर के एक क्लिक द्वारा ऐसी महत्वपूर्ण और उपयोगी जानकारी उपलब्ध होना आम आदमी के लिए एक सपने के सच होने जैसा है। एशिया में अपनी तरह की एक अनूठी परियोजना होना अत्यंत गौरव की बात है।


उपमुख्यमंत्री ने दिल्ली अभिलेखागार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अभिलेखों तक जनता और शोधकर्ताओं की पहुंच को सुविधाजनक बनाने और सुनिश्चित करने के लिए विभाग द्वारा उठाया गया यह एक अदभुत कदम है। यह प्रयास न केवल उपयोगकर्ताओं को सुविधा प्रदान करेगा बल्कि अभिलेखों के लिए दीर्घ जीवन भी प्रदान करेगा। उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि विभाग के इस कदम से व्हाट्स अप इंडस्ट्री के माध्यम से जो गलत ऐतिहासिक जानकारी दी जा रही है उस पर भी रोक लगेगी। साथ ही, इस परियोजना के माध्यम से भ्रष्टाचार पर भी नकेल कसी जा सकेगी। अंत में उन्होंने विभाग को हार्दिक बधाई देते हुए इस परियोजना को समय पर पूरा करने में कर्मबद्ध सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और नाइनस्टार्स कम्पनी का आभार व्यक्त किया।


विभाग की सचिव सुश्री रिंकू धुग्गा ने इसे एक क्रांतिकारी कदम बताया जिससे आम जनता में अभिलेखीय चेतना जागृत होगी।


टिप्पणियाँ